सीएसई का दावा-ब्रैड खाने से कैंसर और थायरॉइड का खतरा, देश के 38 बड़े ब्रांड के 84% सैंपल टेस्ट में फेल
रोजब्रैड खाने से कैंसर हो सकता है।
सेंटर फॉर साइंस एंड इन्वायर्नमेंट (सीएसई) की सोमवार को सामने आई रिपोर्ट
में यह दावा किया गया है। ये दावा एक साल की जांच के बाद किया गया है।
सीएसई का कहना है कि उसने दिल्ली-एनसीआर से एक साल के दौरान ये नमूने लिए
थे और दो लैब में जांच कराई थी। इसमें 84% नमूनों के आटे में पोटेशियम
ब्रोमेट और पोटेशियम आयोडेट मिले हैं। इससे कैंसर और थॉयराइड की बीमारी हो
सकती है। सीएसई का कहना है कि भारतीयों को जितने आयोडीन की जरूरत है, वह
आयोडाइज्ड नमक से मिल जाता है। ब्रैड के जरिए आयोडीन का ओवरडोज हो रहा है।

क्यों मिलाते हैं केमिकल्स?
इनकेमिकल्स से ब्रैड सफेद और मुलायम होता है। साथ ही बेहतर ढंग से फूलता है। यूरोपीयन यूनियन, कनाडा, यूके, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में ये कैमिकल्स बैन हैं। लेकिन भारत में अब तक छूट है।
इनकेमिकल्स से ब्रैड सफेद और मुलायम होता है। साथ ही बेहतर ढंग से फूलता है। यूरोपीयन यूनियन, कनाडा, यूके, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में ये कैमिकल्स बैन हैं। लेकिन भारत में अब तक छूट है।
मैगीजांचने वाले चुप क्यों थे?
एफएसएसएआईतभी जांच या कार्रवाई करती है, जब कोई शिकायत करे। वो स्वत: जांच नहीं कर सकती। अब उसने इन केमिकल्स को खतरनाक मानते हुए खाद्य पदार्थो की परमिटेड सूची से हटाने की बात कही।
3300 करोड़ का सालाना कारोबार
एक साल में दो लैब में जांच के बाद जारी की रिपोर्ट, केंद्र सरकार ने कहा-जरूरत पड़ी तो हम भी जांच कराएंगे
एक साल में दो लैब में जांच के बाद जारी की रिपोर्ट, केंद्र सरकार ने कहा-जरूरत पड़ी तो हम भी जांच कराएंगे
Source - bhaskar